तिल के तेल का सेवन करने से मैटाबोल्जिम के साथ- साथ सोचने की क्षमता भी अच्छी होती है। बाकी कुकींग ऑयल के मुकाबले तिल का तेल ज्यादा सेहतमंद है और दिल के लिए भी फायदेमंद है। तिल के तेल के फायदे इन हिंदी में जानकारी यहां से प्राप्त कर सकते हैं।👱
तिल में स्वस्थ फैट और फाइबर होता है जो हड्डियों को मजबूत करने में मदद करता है। अधिकतर लोग तिल के तेल से होने वाले फायदो से अंजान है। तिल का तेल ओमेगा 6- फैटी एसिड से भरपूर है और साथ ही इसमें भारी मात्रा में फ्लेवोनोइड फेनोलिक एंटीऑक्सिडेंट पाए जाते हैं जो फ्री रेडिकल से लड़ने में मदद करते हैं। इसके साथ ही इसमें विटामिन के साथ- साथ डायट्री फाइबर भी होता है जो अपने साथ कई सारे फायदे लेकर आता है। पिछले कुछ सालों में तिल का तेल काफी पॉपुलर हो गया है और इसको वेजिटेबल ऑयल की जगह इस्तेमाल कर सकते हैं।😥
वर्तमान समय में हर महिला का यह सपना होता है कि वो खूबसूरत दिखे खूबसूरत दिखने के लिए वे कई तरह के ब्यूटी प्रोडक्ट्स का बखूबी इस्तेमाल करती है लेकिन वे ये नही जानती है कि इन ब्यूटी प्रोडक्ट में हामफूल केमिकल्स होते है जो हमारी स्किन को बहुत अधिक नुकसान पहुँचाते हैं। ऐसे में इनसे बचने के लिए आप तिल के तेल का इस्तेमाल कर सकती हैं। जो आपकी स्किन के लिए काफी फायदेमंद हैं। तिल के तेल से आप निकरि त्वचा और खूबसूरत बाल पा सकती है😍
आज हम आपको बताने वाले है कि निखरी त्वक्फ के लिए तिल के तेल का इस्तेमाल कैसे करें।
मॉइस्चराइजर –
स्किन को मॉइस्चराइजर करना भी काफी जरुरी होता हैं स्किन को मॉइस्चराइजर करने के लिए आप सुबह – शाम अपने चेहरे पर तिल के तेल का इस्तेमाल करें इससे चेहरे पर निखार आएगा और वो अच्छे से मॉइस्चराइज भी हो जाएंगे।
स्क्रब बनाएं –
अगर आप अपनी त्वचा पर निखार पाना चाहते है तो ऐसे में तिल के तेल का इस्तेमाल कर सकती है इसे इस्तेमाल के लिए दो चम्मच ब्राउन शुगर में यूकेलिप्टस का तेल और दो चम्मच तिल का तेल मिलाएं फिर इस पेस्ट को अपने चेहरे पर लगाकर स्क्रब करें और बीस मिनट बाद चेहरे को पानी से धो लें।
सनस्क्रीन –
जब भी आप बाहर धूप में जाएं तोस ऐसे में आप अपने चेहरे पर तिल का तेल लगाएं, क्योंकि यह आपकी स्किन को सूरज की तेज किरणों से बचाता। आपको बता दें इस तेल में एंटीऑक्सीडेंट और विटामिन ई मौजूद होते हैं जो स्किन को फ्री रेडिकल्स से बचाकर सनस्क्रीन का काम करते हैं।
तिल के तेल के फायदे👰
1. एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर
विटामिन ई और विटामिन के से भरपूर होने के कारण यह एक बहुत अच्छा एंटीऑक्सीडेंट है जो फ्री रेडिकल से लड़ने में मदद करता है। फ्री रेडिकल शरीर में स्वस्थ सेल के मिलकर शरीर को नुकसान देते हैं। लेकिन एंटीऑक्सीडेंट फ्री रेडिकल के साथ मिल जाते हैं और इनसे लड़ते हैं। स्वस्थ सेल के साथ मिलने से पहले एंटीऑक्सीडेंट फ्री रेडिकल के साथ मिल जाते हैं और शरीर की सुरक्षा करते हैं। तिल के तेल में भारी मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हैं जिससे फ्री रेडिकल का खतरा कम हो जाता है।
2. सेहतमंद दिल
तिल के तेल में फैटी एसिड होता है जो दिल को स्वस्थ रखने में मदद करता है। कई पॉलीअनसेचुरेटेड फैटी एसिड जैसे कि सीसमोल और सेसमिन (दोनों तिल के तेल में मौजूद होते हैं) खराब कोलेस्टॉल को कम करने में मदद करते हैं। कोलेस्टॉल के लेवल को कम रखने से दिल सेहतमंद रहता है जिससे हार्ट अटैक और स्ट्रोक के आसार कम हो जाते हैं।
3. एंटी इंफ्लामेट्री खूबी
तिल के तेल को त्वचा पर लगाने से भी कई सारे फायदे होते हैं। तिल के तेल में कॉपर मौजूद है जो एंटी इंफ्लामेट्री खूबी वाला मिनरल है। गठिया की बीमारी के लिए कॉपर को लाभदायक माना जाता है। गठिया की बीमारी टिश्शू में जलन होने लगती है लेकिन कॉपर के होने से इस बीमारी से आराम मिलता है। तिल के तेल से मसाज करने से सूजन में आराम मिलता है।
4. बेहतर खून का बहाव
एंटी इंफ्लामेट्री की तरह ही तिल के तेल में कॉपर होने के कारण यह शरीर के सभी अंगो में खून का बहाव सामान्य बनाए रखता है। कॉपर सेड ब्लड सेल को प्रोड्यूज करने में मदद करता है जो सेहतमंद जिंदगी जीने के लिए जरुरी है। सही मात्रा में कॉपर होने के कारण शरीर में रेड ब्लड सेल की मात्रा बनी रहती है जो शरीर को सही मात्रा में ऑक्सीजन भी मिलता रहता है। इससे एनिमिया की बीमारी से बचाव रहता है और सोचने की क्षमता भी अच्छी होती है।
5. चिंता को कंट्रोल करता है
तिल के तेल में टायरोसिन नाम का कंपाउंड है जो सेरोटोनिन के लेवल को दिमाग में बढ़ने में मदद करता है। सेरोटोनिन एक होर्मोन है जो खुशी को बढ़ाने में मदद करता है और चिंता से राहत देता है।
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