कोरोना वायरस वैक्सीन देने की पूरी प्रक्रिया का दो दिवसीय कृत्रिम पूर्वाभ्यास (ड्राई रन)आज सोमवार से चार राज्यों मे शुरू हो रहा है। यह ड्राई रन आंध्र प्रदेश, पंजाब, गुजरात और असम के कुछ चुनिंदा ज़िलों में हो रहा है. इसका उद्देश्य वैक्सीन देने के बाद उभरे हालातों से निपटना, डिलिवरी के साथ-साथ कोल्ड स्टोरोज में उसके रख-रखाव और उसे एक जगह से दूसरी जगह लेकर जाने की जांच करना है।
एजेंसी पीटीआई के अनुसार, चारों राज्य इस ड्राई रन के परिणामों को केंद्र के साथ साझा करेंगे. सरकार योजना बना रही है कि वह पहले चरण में देश के 30 करोड़ लोगों को कोरोना की वैक्सीन देगी. इसे भारत के इतिहास में सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान माना जा रहा है.ड्राई रन के दौरान चार मुख्य चरण होंगे। पहले चरण में हर ज़िले में 100 लाभकर्ताओं को कृत्रिम वैक्सीन नज़दीकी डिपो से लाकर दी जाएगी। डिपो से टीकाकरण स्थल तक वैक्सीन के आने के दौरान उसका तापमान लिया जाएगा।
लाभकर्ताओं को पहले ही उनका नाम, टीकाकरण करने वाले का नाम और टीकाकरण का समय एसएमएस कर दिया जाएगा। हर लाभकर्ता को वैक्सीन दिए जाने के बाद 30 मिनट तक रुकना होगा, अगर कुछ ग़लत हालात बनते हैं तो फिर केंद्रीय सर्वर से संपर्क किया जाएगा।
कुछ और जाने-
कोरोना वायरस के नये स्ट्रेन की पहचान सबसे पहले लंदन, दक्षिण-पूर्वी ब्रिटेन और पूर्वी ब्रिटेन में हुई थी। ब्रिटेन के राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय के अनुसार इन दिनों देश में कोरोना पॉज़िटिव हो रहे लोगों में दो-तिहाई संख्या नए वैरिएंट से संक्रमित लोगों की हो सकती है. हालाँकि ये एक अनुमान भर है।
वायरस के बारे में तीन प्रमुख बातें हैं जो दुनिया को चिंता में डाल रही हैं:-
- 1-ये बहुत जल्दी कोरोना वायरस के अन्य रूपों की जगह ले रहा है।
- 2-इसके म्यूटेशन से वायरस के उन हिस्सों में बदलाव हुआ है जो इंसानी कोशिकाओं पर असर डालता है। इसमें N501Y नाम का म्यूटेशन हुआ है जो शरीर की कोशिकाओं को प्रभावित करता है।
- 3-लैब में देखा गया है कि इनमें से कुछ म्यूटेशन की वजह से वायरस की इंसानी कोशिकाओं को संक्रमित करने की क्षमता बढ़ जाती है।
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