ब्राज़ील के पैंटनल वैटलेंड्स (आर्द्रभूमि) में सिर्फ़ इस साल ही 15 हज़ार बार आग लग चुकी है जिसकी वजह से भारी बर्बादी हुई है।
एक तरह से ऐसा नुक़सान पूरे विश्व के पर्यावरण का नुक़सान है। ब्राज़ील के नैशनल इंस्टीट्यूट फॉर स्पेस रिसर्च ने बताया कि पिछले साल की तुलना में इस साल तिगुनी बार आग लगी है। नमी या दलदली भूमि वाले क्षेत्र को आर्द्रभूमि या वेटलैंड कहा जाता है.आर्द्रभूमि जल को प्रदूषण से मुक्त बनाती है. यहां बायोडाइवर्सिटी बहुत होती है। वेटलैंड्स बाढ़ के दौरान जल को अवशोषित कर लेते हैं. जिससे रिहाइशी इलाक़े जलमग्न होने से बच जाते हैं। वेटलैंड्स पर्यावरण संरक्षण में अहम योगदान देते हैं. वहां उपयोगी वनस्पतियाँ और कई तरह के जानवर पाए जाते हैं। इन तस्वीरों में देखिए कि आग से वैटलेंड्स को कितना नुक़सान हुआ। पिछले साल इतने ही वक़्त तक 5 हज़ार 109 बार आग लगी थी, इस साल अब तक 15 हज़ार 756 बार आग लग चुकी है। ब्राज़ील के नैशनल सेटंर फ़ॉर प्रिवेंशन ऑफ़ फॉरेस्ट फायर ने बताया कि 2020 में 29 लाख हेक्टेयर जंगल जल चुका है। वहां के कुछ प्रातों में इमरजेंसी तक लगा दी गई है।
ब्राज़ील के पर्यावरण मंत्री रिकार्डो सेलेस ने कहा कि आग बहुत ज़्यादा फैली है।
राष्ट्रपति बोलसेनारो का कहना है कि पैलंटल और अमेज़न के जंगलों में आग को लेकर सरकार की आलोचना असंगत है.इस जगह जगुआर, कपुचिन बंदर, हरे एनाकोंडा और हज़ारों पौधों की प्रजातियां पाई जाती है.शुष्क मौसम में ब्राज़ील के जंगलों में अक्सर आग लगती है लेकिन कई बार किसान या पशुपालक भी ज़मीन साफ़ करने के लिए लगा देते हैं. जंगल के बीच बनी एक इमारत पूरी तरह से जल गई।
आग से क़ीमन जानवर की मौत-
कोआटी नाम के जानवर का झुलसा हुआ पांव-
कछुए का जला हुआ शैल-
विशेषज्ञों का कहना है कि अभी ये गिनना असंभव है कि आग में कितने जानवरों की मौत हुई लेकिन नुक़सान बहुत बड़ा है।
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